पित्त की पथरी के लिए उपाय REMOVAL OF GALLSTONE WITHOUT OPERATION
इस पोस्ट मे आप को gall bladder stone treatment in ayurveda और gurday ki pathri ka ilaj इसके साथ ही gurde ki pathri ka gharelu ilaj in hindi बताया गया है.हमारा उद्देश सिर्फ और सिर्फ एक है अपने भारत को रोग मुक्त करना और लोगो तक बीमारियो की सही जान करी पहुचना है.इसमें आप हमारा साथ दे और हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे और लोगो को इसके बारे मे बताये फेसबुक पेज लाइक करने के लिए इस लिंक पे क्लिक करे फेसबुक पेज लाइक
गॉलब्लेडर की पथरी के होने वजह आनुवांशिक,मोटापा,डायबिटीज,तथा रक्त संबंधी बीमारियों की वजह से हो सकती है।
लगभग पर 85 % लोगों के पित्ताशय में यह पथरी चुपचाप पड़ी रहती है। मीन्स ये है की आप को पथरी हो जाएगी और आप को पता भी नहीं चलेगा की आप के स्टोन है.आप ये कह सकते है की ये साइलेंट मोड मे पड़ी रहती है.
बॉडी में अनेक प्रकार की पथरियों की प्रॉब्लम हो सकती है, जिसमें किडनी की पथरी एवं पित्त की थैली की पथरी जादा होती है। गाल स्टोन्स एक बहुत ही नार्मल प्रॉब्लमहै। ऐसा देखा गया है की ये पथरी महिलाओं में अधिक होती है।
पित्त की थैली (गाल ब्लेडर)
गाल ब्लेडर इसका काम पित्त को इकट्ठा करना और उसको गाढ़ा करना है।
पित्त (बाइल ज्यूस) : पित्त एक तरह का पाचन रस है जो कि लीवर बनाता है। यह पाचन में मदद करता है।
पित्त पथरियाँ (गाल स्टोन्स) : गाल स्टोन्स एक से लेकर 50 और 100 की गिनती में भी हो सकती हैं।
ये छोटी और बड़ी आकार में पाई जाती हैं।इनके कारण पित्त की थैली में बार-बार सूजन आता है। ये किडनी स्टोन्स से अलग प्रकार की होती हैं।
stone in gallbladder treatment ayurvedic treatment in hindi
गॉलब्लेडर की पथरी के होने के कारणों का अभी तक सटीक कारण पता नहीं चला है.लेकिन कुछ ऐसे रीज़न है जिन्हें गॉलब्लेडर की पथरी की वजह माना जाता है.गॉलब्लेडर की पथरी के होने वजह आनुवांशिक,मोटापा,डायबिटीज,तथा रक्त संबंधी बीमारियों की वजह से हो सकती है।
लगभग पर 85 % लोगों के पित्ताशय में यह पथरी चुपचाप पड़ी रहती है। मीन्स ये है की आप को पथरी हो जाएगी और आप को पता भी नहीं चलेगा की आप के स्टोन है.आप ये कह सकते है की ये साइलेंट मोड मे पड़ी रहती है.
बॉडी में अनेक प्रकार की पथरियों की प्रॉब्लम हो सकती है, जिसमें किडनी की पथरी एवं पित्त की थैली की पथरी जादा होती है। गाल स्टोन्स एक बहुत ही नार्मल प्रॉब्लमहै। ऐसा देखा गया है की ये पथरी महिलाओं में अधिक होती है।
पित्त की थैली (गाल ब्लेडर)
गाल ब्लेडर इसका काम पित्त को इकट्ठा करना और उसको गाढ़ा करना है।
पित्त (बाइल ज्यूस) : पित्त एक तरह का पाचन रस है जो कि लीवर बनाता है। यह पाचन में मदद करता है।
पित्त पथरियाँ (गाल स्टोन्स) : गाल स्टोन्स एक से लेकर 50 और 100 की गिनती में भी हो सकती हैं।
ये छोटी और बड़ी आकार में पाई जाती हैं।इनके कारण पित्त की थैली में बार-बार सूजन आता है। ये किडनी स्टोन्स से अलग प्रकार की होती हैं।
पथरी बनने का कारण
- उम्र : 30 से 45 की ऐज में सबसे ज्यादा पित्त की पथरी होने का डर रहता है. वैसे पथरी किसी भी उम्र में हो सकती है इसके लिए कोई ऐज निर्धारित नहीं है।
- लिंग :महिलाओं में पुरषों के मुकाबले दो गुना ज्यादा होने की आशंका रहती है।
- मोटापा के कारण भी पथरी होती है।
- डायबिटीज जिसको मधुमेह भी कहते है या फिर सुगर होने पे पथरी होने की आशंका रहती है।
- अगर आप जादा भूखे रहते है तो भी आप को पथरी हो सकती है
- आनुवांशिक(आप को ये बीमारी अपने बड़े बुजुर्ग से भी मिल सकती है)।
दोस्तों आप अपनी घर रखे घरेलु समान से बहुत सारी बीमारियों को जड़ से ख़त्म या फिर कम कर सकते है
अगर आप को पथरी है तो फल और सब्जियों प्रचुर मात्रा मे ले.
अगर आप पित की पथरी से परेशान है तो स्टार्च युक्त कार्बोहाइड्रेट्स की अधिक मात्रा भोजन मे शामिल करे।
जैसे की आलू,चपाती,दाल खाए,राइस खाये,ब्रेड प्रचुर मात्रा मे ले.
अगर आप को पथरी है तो फल और सब्जियों प्रचुर मात्रा मे ले.
अगर आप पित की पथरी से परेशान है तो स्टार्च युक्त कार्बोहाइड्रेट्स की अधिक मात्रा भोजन मे शामिल करे।
जैसे की आलू,चपाती,दाल खाए,राइस खाये,ब्रेड प्रचुर मात्रा मे ले.
पित्त की पथरी घरेलू उपचार
अगर आप के पित्त में कोलेस्ट्रॉल और बिलरुबिन की मात्रा जादा हो गयी है तो आप को पथरी होने की परी संभवना होगी। पित्त की पथरी को खान-पीन सही कर के ठीक किया जा सकता है
पित्त की पथरी के लिए उपाय
गॉलब्लेडर की पथरी होने पर कितना दर्द होता है आप उस से ही पूछ के देख ले जिसको पथरी हो चुकी हो।
ऐसा लगता है यमराज सामने दिख रहे है प्राण ले जाने के लिए.पित्त के अन्दर 2 तरह के लिक्विड बनते है
कोलेस्टॉाल और पिग्मेतन्टक.
शौध से ये बात सामने आई है की पथरी के निर्माण लगभग 80% कोलेस्ट्रॉल का हाथ होता है.आप कह सकते है की 80% पथरी का निमार्ण कोलेस्ट्रॉल से होता है.पित्त लिवर के अन्दर बनता है और ये गॉल ब्लैडर मे जमा होता है।
यह पित्त वसा युक्त या फिर फैट वाले आहार को पचाने मे बहुत मदद करता है.जब पित्त के अन्दर कोलेस्ट्रॉल और बिलरुबिन की मात्रा अधिक हो जाती है, तो पथरी होने की संभावना बहुत बड जाती है। पित्त की पथरी को घरेलु तरीके से ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर आप को दर्द जादा हो तो आप डॉक्टर से जरुर मिले
ऐसा लगता है यमराज सामने दिख रहे है प्राण ले जाने के लिए.पित्त के अन्दर 2 तरह के लिक्विड बनते है
कोलेस्टॉाल और पिग्मेतन्टक.
शौध से ये बात सामने आई है की पथरी के निर्माण लगभग 80% कोलेस्ट्रॉल का हाथ होता है.आप कह सकते है की 80% पथरी का निमार्ण कोलेस्ट्रॉल से होता है.पित्त लिवर के अन्दर बनता है और ये गॉल ब्लैडर मे जमा होता है।
यह पित्त वसा युक्त या फिर फैट वाले आहार को पचाने मे बहुत मदद करता है.जब पित्त के अन्दर कोलेस्ट्रॉल और बिलरुबिन की मात्रा अधिक हो जाती है, तो पथरी होने की संभावना बहुत बड जाती है। पित्त की पथरी को घरेलु तरीके से ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर आप को दर्द जादा हो तो आप डॉक्टर से जरुर मिले
एप्पल का जूस
जी हां ये सभी जानते है की सेब खाने के कितने फायदे है सेब आप को डॉक्टर से दूर रखता है और हर इंसान यही चाहता है की वो डॉक्टर से दूर रहे है.इसलिये आप को जादा कुछ नहीं करना है एप्पल का जूस ले के
उसमे सेब साइडर सिरके का बड़ा चम्मच मिला ले.और इसका सेवन रोजाना एक बार जरुर करे.
शयद आप को पता नहीं होगा सेब के अन्दर मेलिक एसिड पाया जाता है और सिरका लीवर मे कोलेस्ट्रॉल बन ने से रोकता है.अगर आप को अचानक दर्द होना स्टार्ट हो जाये तो आप इसका उपयोग कर सकते है
उसमे सेब साइडर सिरके का बड़ा चम्मच मिला ले.और इसका सेवन रोजाना एक बार जरुर करे.
शयद आप को पता नहीं होगा सेब के अन्दर मेलिक एसिड पाया जाता है और सिरका लीवर मे कोलेस्ट्रॉल बन ने से रोकता है.अगर आप को अचानक दर्द होना स्टार्ट हो जाये तो आप इसका उपयोग कर सकते है
नाशपती
अमेरिका मेडिकल एसोसिएशन ने एक शौध किया था और उनके अनुसार पित्त के अन्दर जो पथरी बनती है उसके लिए कोलेस्ट्रॉल 80% ज़िम्मेदार होता है.
नाशपाती के अन्दर पेक्टिन नाम का पदार्थ होता है जो इन पत्थरों को आसानी से फ्लश आउट के लिए कोलेस्ट्रॉल से भरे पित्त पथरी को बांधता है। इसलिये आप नाशपाती का सेवन नियमित रूप से करे
चुकंदर, खीरा और गाजर का रस
अगर आप अपने पित्ताशय के थैली को साफ़ और मजबूत रखना चाहते है आज से इन चीजों का सेवन शुरु कर दे .लीवर की साफ़ सफाई के लिए चुकंदर का जूस,ककड़ी का जूस,गाजर के जूस को बराबर से मिलाये और रोजाना इसका सेवन करे .इस जूस को पिने से आप का खून भी साफ़ होता है.
अगर आप ऐसे आहार का सेवन करते है जिसमे फाइबर की मात्रा अधिक हो तो ये आप के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा .इसबगोल मे फाइबर प्रचुर मात्रा मे पाया जाता है इस ये पित के अन्दर मैजूद कोलेस्ट्रॉल
बांधता है और पथरी होने से रोकता है
बांधता है और पथरी होने से रोकता है
सिंहपर्णी(dandelion)
सिंहपर्णी को इंग्लिश मे dandelion के नाम से जाना जाता है.
सिंहपर्णी के पत्ते लीवर को सहायता प्रदान करते है इसके साथ ही ये मूत्राशय,पित्त बनाने को बढ़ावा, और विषाक्त चीजों को बाहर करने मे बहुत सहायता देते है।
आप को जादा कुछ नहीं करना है बस सिंहपर्णी के पत्ते लीजिये और 1 कप वाटर मे मिलकर 5 मिनिट के लिए रख दे.अब इसमें एक चम्मच सहद मिला कर पी जाये
लेकिन अगर आप को मधुमेह है तो आप इस उपचार का उपयोग ना करे.
सिंहपर्णी के पत्ते लीवर को सहायता प्रदान करते है इसके साथ ही ये मूत्राशय,पित्त बनाने को बढ़ावा, और विषाक्त चीजों को बाहर करने मे बहुत सहायता देते है।
आप को जादा कुछ नहीं करना है बस सिंहपर्णी के पत्ते लीजिये और 1 कप वाटर मे मिलकर 5 मिनिट के लिए रख दे.अब इसमें एक चम्मच सहद मिला कर पी जाये
लेकिन अगर आप को मधुमेह है तो आप इस उपचार का उपयोग ना करे.
नींबू का जूस
नींबू का जूस नेचुरल रूप से ही खट्टा होता है.इस वजह से यह सिरके जैसा काम करता है और लीवर के अन्दर
कोलेस्ट्रॉल को नहीं बनने देता है,अगर आप खली पेट 4 से 5 नींबू का जूस पिये तो इस से आप की पथरी की दिक्कत ख़त्म हो सकती है.।
कोलेस्ट्रॉल को नहीं बनने देता है,अगर आप खली पेट 4 से 5 नींबू का जूस पिये तो इस से आप की पथरी की दिक्कत ख़त्म हो सकती है.।
लाल शिमला मिर्च
साल 2013 मे एक शौध हुआ था और इस शौध की माने तो अगर आप के बॉडी मे विटामिन सी की मात्रा
प्रचुर है तो आपको पथरी होने का खतरा बहुत कम होता है.और इसके लिए आप शिमला मिर्च का सेवन कर सकते है क्यों की इसमें 95 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता है.
पुदीने के अन्दर टेरपेन नाम पदार्थ पाया जाता है, इसको पित्त से पथरी काटने या फिर कह सकते है घुलाने वाला जाना जाता है.आप पुदीने की टी(चाय) का इस्तेमाल रोजाना कर सकते है
मूली
2 मूली ले के उसको गद्दुकस कर ले उसके बाद उसके रस को एक गिलास मे अच्छी तरह से निकाल ले
सुबह खली पेट इस रस को पिए और लगभग 1 घंटे तक कुछ न खाए.इस रस को पथरी काटने का बहुत अचूक
उपाय माना जाता है.
प्रचुर है तो आपको पथरी होने का खतरा बहुत कम होता है.और इसके लिए आप शिमला मिर्च का सेवन कर सकते है क्यों की इसमें 95 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता है.
पुदीना
पुदीने के अन्दर टेरपेन नाम पदार्थ पाया जाता है, इसको पित्त से पथरी काटने या फिर कह सकते है घुलाने वाला जाना जाता है.आप पुदीने की टी(चाय) का इस्तेमाल रोजाना कर सकते है
मूली
2 मूली ले के उसको गद्दुकस कर ले उसके बाद उसके रस को एक गिलास मे अच्छी तरह से निकाल ले
सुबह खली पेट इस रस को पिए और लगभग 1 घंटे तक कुछ न खाए.इस रस को पथरी काटने का बहुत अचूक
उपाय माना जाता है.
बियर
एक शौध मे पाया गया है की 1/2 गिलास वाइन पिने से पित्त की पथरी के होने की के खतरे 40% तक कम कर सकता है।
साबुत अनाज
अगर आप घुलनशील फाइबर वाले आहार अपने भोजन मे शामिल करे है तो ये पथरी को कम करता है.
इसके साथ ही मे आप को कुछ योग बता रहा हु जिन्हें करने से आप को फायदा होगा
इनसे रहे दूर
पथरी को खत्म करने के लिए ऐसी चीज़े आहार मे न ले जिन में वसा और शक्कर की मात्रा अधिक होती है।
डेयरी वाली चीज़े जैसे की मांस, केक, बिस्कुट और पेस्ट्री ,मक्खन, घी, पनीर, आदि में मे वसा अच्छी मात्रा मे होता है इसलिये इनका उपयोग आहार मे कम करे .एक बात का ध्यान रखे डेयरी से बनी चीजों का सेवन कम करे क्यों की इनमे कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है.
योग
मै आप को सुजाव दूंगा की आप के पथरी हो ना हो लेकिन आप योग को अपने जीवन का एक हिस्सा बना ले.
पित्ताशय की पथरी के लिए कुछ योग जो बहुत ही फायदेमंद है
इसके साथ ही मे आप को कुछ योग बता रहा हु जिन्हें करने से आप को फायदा होगा
इनसे रहे दूर
पथरी को खत्म करने के लिए ऐसी चीज़े आहार मे न ले जिन में वसा और शक्कर की मात्रा अधिक होती है।
डेयरी वाली चीज़े जैसे की मांस, केक, बिस्कुट और पेस्ट्री ,मक्खन, घी, पनीर, आदि में मे वसा अच्छी मात्रा मे होता है इसलिये इनका उपयोग आहार मे कम करे .एक बात का ध्यान रखे डेयरी से बनी चीजों का सेवन कम करे क्यों की इनमे कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है.
योग
मै आप को सुजाव दूंगा की आप के पथरी हो ना हो लेकिन आप योग को अपने जीवन का एक हिस्सा बना ले.
पित्ताशय की पथरी के लिए कुछ योग जो बहुत ही फायदेमंद है
- सर्वांगासन
- शलभासन
- धनुरासन
- भुजंगासन
- संगीत और ध्यान
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