मलेरिया जड़ से मिटाएं malaria treatment
मलेरिया को जड़ से मीटाने के लिए malaria fever और causes of malaria से आप जान सकते है की मलेरिया क्या है? और इससे कैसे बचें और इसके अलावा जाने maleriya ke lakshan और malaria bukhar ka ilaj या फिर home remedies for malaria और malaria in hindi यहाँ पे आप बहुत कुछ जान सकते है की कैसे आपको मलेरिया से बचना है क्या खाना है क्या करना है सब कुछ इस post को read करें और स्वस्थ रहें.
malaria
अगर हमारी सेहत सही है तो हमारे बड़े से बड़े काम आसानी से हो जाते है लेकिन कभी-कभी हमारे शरीर में होने वाली छोटी-छोटी बीमारियाँ बड़ा रूप लेकर हमारे काम में रुकावट पैदा करती है हमारी जरा सी लापरवाही हमारे और हमारे परिवार में मुसीबत बन जाती है और आजकल हम सभी के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन चुके है मच्छर.
मच्छरों के काटने से कई प्रकार की बीमारियाँ देखने को मिल रहीं है जिनमे से कई तो जान लेवा भी साबित हो सकती है ऐसी ही एक बीमारी है मलेरिया जो की बहुत खतनाक है.
मलेरिया क्यूँ होता है? : -
मलेरिया एक प्रकार का parasite है जो मच्छर के द्वारा transmit होता है (plasmodium parasite होता है) मच्छर के अन्दर जब आ जाता है तो मच्छर जिस भी व्यक्ति को काटेगा तो उसके blood में ये चला जता है और blood में जाने के बाद direct लीवर में जाता है ओ जब-तक इसकी मात्रा नहीं बढती तब-तक इसके लक्ष्ण body में नहीं दिखेंगे लेकिन जब इसकी मात्रा cross हो जाती है तब मलेरिया के लक्ष्ण दिखना start हो जाते है.
मलेरिया के लक्ष्ण :-
मलेरिया में क्या खाएं क्या ना खाएं :-
बरसात के मौसम में जब घरों के आस-पास ......... छत्त पर पड़े टूटे बर्तन या कूलर आदि में पानी भरा सड़ने लगता है तब उस पानी में मच्छर अंडे दे देते है इसमें से पैदा हुए मच्छरों में से एक मादा Anopheles मच्छर के काटने से मलेरिया होता है मादा Anopheles जब किसी व्यक्ति को काटता है तो वह अपने रक्त को पतला करने के लिए अपने मुह से विशैले द्रव को छोड़ता है उस द्रव में मलेरिया को पैदा करने वाले जीवाणु होते है इन जीवाणुओं के विश के फैलने से बुखार होता है मलेरिया का मच्छर दिन और रात दोनों समय ही काटता है मलेरिया से बचने के लिए दिन में भी सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों के साथ-साथ खुद भी फुल कपड़े पहने.
- मलेरिया होने पर starting में सर्दी का बहुत एहसास होता है और कभी-कभी तो मलेरिया रोगी को इतनी सर्दी लगती है की उसको कम्बल या रजाई की भी जरुरत पड़ जाती है और उससे भी सर्दी कम नहीं होती इससे रोगी को बहुत तेज बुखार हो जाता है और उसे खूब पसीना भी आता है जहर कम होने पर रोगी अपने आप को निरोग महसूस करता है लेकिन अगले दिन फिर उसे सर्दी लगने लगती है और फिर से तेज बुखार आ जाता है.
- कंपकपी के साथ तेज बुखार आना.
- शरीर में दर्द, मिचली आना, उल्टियां होना
- भूक ना लगना
- शरीर टूटना
- तेज बुखार होना
मलेरिया में क्या खाएं :-
- तुलसी के पत्ते, दाल-चीनी, अदरक और काली मिर्च की चाय पिएं.
- कॉफ़ी या दूध भी पी सकते है.
- सेब का भी सेवन करना चाहिए इससे रोगी को बहुत फायदा होता है.
- पीपल के चूर्ण को शहद में मिलाकर खाने से रोगी को फ़ायदा मिलता है.
- खिचड़ी का सेवन करें यह बहुते फायदेमंद होता है रोगी के लिए ये पोष्टिक भी है और आसानी से पच भी जाती है.
- मलेरिया रोगी को साबूदाना और दलिया खाना चाहिए.
- निम्बू vitamin C से भरपूर होता है निम्बू को काटकर उसमें सेंधा नमक और कालीमिर्च मिर्च मिलाकर निम्बू को चूसें इससे आपके मुह का स्वाद भी change होगा और भूक भी बढती है.
- पानी में तुलसी की पत्ती और काली मिर्च उबालकर देनी चाहिए क्यूंकि ये दोनों संक्रमण को रोकने में help करते है.
- अमरुद में काफी तरह के पोष्टिक तत्व होते है जो हमारी सेहत के लिए लाभकारी होते है.
क्या ना खाएं :-
- ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए और ना ही ठन्डे पानी से नहाना चाहिए.
- आम, अच्चार, लीची, संतरा आदि का सेवन करना चाहिए.
- मलेरिया में ठंडी तासीर वाली वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए.
- दही, शिकंजी, गाजर, मूली आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.
- मिर्च-मसाले, junk-food से दूरी बनाकर रखना चाहिए.
मलेरिया के नुस्खे :-
आधा प्याज का टुकड़ा
काली मिर्च
- आधा प्याज का टुकड़ा लेकर उसके रस में 1 चुटकी कालीमिर्च का powder मिलाकर सुबह-शाम में पीने से मलेरिया के बुखार में आराम मिलता है.
10 ग्राम सेंधा नमक
40 ग्राम देसी चीनी(बूरा)
- इन दोनों को पीस के रोजाना आधा चम्मच 3 बार गर्म पानी के साथ लेने से मलेरिया बुखार आना बंद हो जाता है.
आधा चम्मच पीसी कलौंजी
1 चम्मच शहद
- 1 चम्मच शहद में आधा चम्मच कलौंजी मिलाकर चाटने से चौथे दिन आने वाला बुखार ठीक हो जाता है.
20 ग्राम शुद्ध शहद
आधा ग्राम सेंधा नमक
आधा ग्राम हल्दी
- इन तीनो को पीस कर गर्म पानी में डालकर रात को पानी से लें बुखार और जुखाम ठीक हो जाता है.
1 चम्मच जीरा
गुड़
- 1 चम्मच जीरा पीस के गुड़ में मिला दें इसकी 3 खुराक बनाकर बुखार चढ़ने से पहले सुबह-दोपहर और शाम को पानी से मलेरिया का बुखार नहीं होता है.
- मलेरिया बुखार में हरी दूब के रस में अतीस के चूर्ण को मिलाकर दिन 2-3 बार चाटने से मलेरिया बुखार में लाभ मिलता है.
- फूली हुई फिटकारी का powder बना लें कितनी भी फिटकरी आप ले सकते है और जितनी आपने फिटकरी ली है उसकी चार गुना चीनी लेनी है और इन दोनों का powder बना के अच्छी तरह mix कर लेना है और 2 ग्राम गुनगुने पानी से 2-2 घंटे बाद 3 बार लेना है यानिकी 6 घंटे में आपक 3 खुराख लेनी है.
- जो महिला pregnant है उनको ये दवाई ना दें .
- तुलसी की पत्तियां और काली-मिर्च दोनों को मिलाकर खाएं.
- जब-तक आपका बुखार न जाय तब तक आपको तुलसी की पत्तियां चबानी चाहिए इससे मलेरिया तो दूर होता ही है साथ ही जो पुराना बुखार होता है तो वो भी दूर होता है .
- महासुदर्शन चूर्ण का सेवन सुबह-शाम करें
- तुलसी के पत्तों का रस शहद में मिलाकर लें
- 10 ग्राम चिरायता एक glass पानी में उबालकर थोडा-थोडा करके पीएं.
- फिटकरी को भूनकर 1/4 चम्मच आधा cup पानी में घोलकर दिन में 2-3 बार पीएं.
सावधानियां :-
- अपने आस-पास साफ़-सफाई रखें.
- घर में धुप-अगरबत्ती जलाएं, हवं-पूजन करें.
- घर में तुलसी का पौधा लगाएं.
- नीम के 5-6 पत्ते सुबह खाली पेट खाएं
- मच्छर भगाने के लिए नीम के पत्तों का धुंआ करें .
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